vaishno devi yatra Information In Hindi, माता वैष्णो देवी इंडिया के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलो में से एक है। जम्मू के कटरा शहर के त्रिकुट पर्वत पर मौजूद वैष्णो देवी का मन्दिर 52 शक्तिपीठो में से एक है। यहा मा वैष्णो देवी तीन पिडिंयो में मौजूद है। वैष्णो देवी को कटरा माता के रूप में भी जाना है। वैष्णो देवी माता के भक्त दुनिया भर में मौजूद है जो हर दिन माता के दर्शन करने के लिए भारी सख्या के कटरा पहुचते है। अगर आप भी वैष्णो देवी की यात्रा करने की सोच रहे है। तो ये लेख खास आपके लिए है इस लेख में हम आपको वैष्णो देवी मन्दिर के बारे में डिटेल में बताने वाले है।
vaishno devi yatra information in hindi
वैष्णो देवी माता का इतिहास
वैष्णो देवी माता को लेकर कई कथाये मौजूद है। हिन्दु पुराणो के अनुसार वैष्णो देवी का एक भक्त था जिसका नाम था श्रीधंर। श्रीधंर ने एक बार भडांरा का आयोजन किया जिसमे उन्होने भैरव और उनके शिष्यो को इनवाइट किया। जब भैरव अपने शिष्यो के साथ भंडारे में पहुचा तो उसने देखा कि भंडारे में नॉनवेज भोजन है ही नही। ये देखकर उसने भंडारे में नॉन-वेज रखने का भी प्रस्ताव रखा जिसको श्रीधंर ने मना कर दिया। श्रीधंर की इस बता से भैरव को गुस्सा आ गया। भैरव श्रीधंर को मारने ही वाला था कि तभी माता वैष्णो देवी कन्या का रूप लेकर अपने भक्त को बचाने के लिए आ गई। भैरव और वैष्णो देवी की भी जंग हुई जिसके बाद माता वैष्णो देवी भैरव से अपनी जान बचाने के लिए त्रिकुट पर्वत पर चढ़ गई। ऐसा माना जाता है कि उस वक्त माता की जान बचाने के लिए हनुमान जी भी आये थे।
ये भी मान्यता है कि जब हनुमान त्रिकुट पर्वत पर आये थे तो उन्हे बहुत प्यास लग रही थी। उन्होने माता से पानी मांगा तो माता ने पर्वत पर धनुष मारकर वहा से एक जलधारा निकाल दी। इस जलधारा से ना सिर्फ हनुमान जी ने अपनीन प्यास बुझाई बल्कि उन्होने अपने बालो को भी धोया।

माता ने भैरव से लड़ने के लिए 9 महीने तक त्रिकुट पर्वत पर तप किया। इस दौरान माता ने हनुमान जी से कहा कि वो भैरव को अपने साथ बिजी रखे। माता वैष्णो ने त्रिकुट पर्वत पर एक गुफा में नौ महीने तक तपस्या की इसलिए इस गुफा को अर्धकुवारी गुफा भी कहा जाता है। जब आप वैष्णो देवी मन्दिर यात्रा करने के लिए जाओगे तो आप ये गुफा भी दिखाई देगी।
माता जब 9 महीने गुफा से बाहर आई तो काफी शक्तिशाली हो चुकी थी। इसके बाद उन्होने काली माता का रूप धारण किया और भैरव को आसानी से हरा दिया। वो भैरव को मारने वाली थी कि तभी भैरव माता से माफी मांगने लगा। माता ने भैरव को माफ कर दिया और साथ में ये वरदान भी दिया कि जो कोई भी मेरे दर्शन करने के लिए आयेगा उसके दर्शन तब तक पूरे नही होगे जब तक वो भैरव के दर्शन पूरे नही कर लेगा। यही वजह है कि जब भी कोई माता वैष्णो देवी के दर्शन करने जाता है तो वहा मौजूद काल भैरव के दर्शन भी जरूर करता है।
vaishno devi yatra information in hindi
अगर आप वैष्णो देवी की यात्रा करना चाहते हो तो सबसे पहले तो आपको जम्मू आना होगा। आप अपने शहर से जम्मू तक बस या ट्रेन या खुद की गाडी से पहुच सकते हो। जम्मू के बाद आपका अगला पड़ाव होता है कटरा तक पहुचा जो यहा से 50 किमी की दूरी पर है। आप जम्मू से कटरा कार या बस से पहुच सकते हो। आपको जम्मू रेलवे स्टेशन के बाहर से ही कटरा जाने के लिए बस मिल जायेगी। आपको जम्मू से कटरा पहुचने में सिर्फ 2 घन्टे लगेगे।
vaishno devi yatra information in hindi
कटरा पहुचने के बाद अगर आपको आराम करना है तो यहा आपको ठहरने के लिए होटल मिल जायेगे। यहा पर आपको सिंगल पर्सन के लिए 100 से लेकर 500 तक आराम से रूम मिल जायेगा। अगर आप पूरे परिवार के साथ हो तो आप 500 -2000 में रूम लेकर यहा रूक सकते हो। अगर आप काफी दूर से वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए आये हो तो आपको यहा जरूर रूक जाना चाहिए क्योकि इसके बाद आपको पहाड़ो की चढाई करनी है।
वैष्णो देवी की यात्रा करने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है जो की पूरी तरह से निशुल्क होता है। आप कटरा में अपनी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हो। यहा पर आपको कई ऐसे केन्द्र मिल जायेगे जहा पर वैष्णो देवी के मन्दिर के लिए रजिस्ट्रेशन का काम होता है। यहा पर आपको एक रजिस्ट्रेशन कार्ड मिलेगा। इस रजिस्ट्रेशन कार्ड को लेने के 6 घन्टे के अन्दर ही आपको अपनी यात्रा शुरू कर देनी होती है। वैष्णो देवी की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद आपको कई चेकिन पॉइट से होकर गुजरना पड़ता है। आपकी पहली चेकिंग बाणगंगा में होती है।
वैष्णव देवी यात्रा की शुरवात कटरा से होती है अधिकतर लोग कटरा मे विश्राम करके अपनी यात्रा की शुरवात करते है । माता के दर्शन के लिए यात्री 24 घंटे मे कभी भी चढ़ाई स्टार्ट कर सकते है कटरा मे ही यात्री अपनी यात्रा की शुरवात के पहले दर्शन के लिए मुफ्त पर्ची प्राप्त कर सकते है परंतु पर्ची कटवाने के 6 घंटे के अंदर यात्री को प्रथम चेकइन पॉइंट पर अपनी एंट्री करनी पड़ती है यह प्रथम चेकइन पॉइंट बाणगंगा पर स्तिथ है।
कटरा से वैष्णो देवी के मन्दिर तक पहुचने के लिए आपको 14 किलोमीटर की यात्रा करनी होती है। ये यात्रा काफी मुश्किल होती है क्योकि इस दौरान आपको पहाडो के ऊपर बने रोड पर खड़ी चढाई करनी होती है। वैसे तो आप ये सफर पैदल भी पूरा कर सकते हो लेकिन अगर आप पैदल नही चलना चाहते तो आपको यहा घोडे की सवारी करने का भी विकल्प मिलता है। अगर आप घोडे पर चढ़कर अपना सफर पूरा करना है तो आपको इसका अतिरिक्त शुल्क देना होता है। इसके अलावा आप हैलीकाप्टर से भी वैष्णो देवी की यात्रा कर सकते हो जिसका किराया 1039 है।
जब आप वैष्णो देवी माता के मन्दिर तक की चढ़ाई पूरी कर लेते हो तो आपको लास्ट चेकिंग पॉइट पर अपनी स्लीप पर सील लगवानी पड़ती है। ये सील लगी स्लीप दिखाकर आप आगे वैष्णो देवी की यात्रा कर सकते है। वैष्णो देवी के मन्दिर में घुसने से पहले आपको अपने जूते से लेकर हर सामान बाहर कांउटर पर जमा करवाना होता है।
वैष्णो देवी की यात्रा पर जाते समय इन बातो का ध्यान रखे
वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने का प्लान बनाते समय आपको इन बातो का जरूर ध्यान रखना चाहिए।
सही मौसम में करे वैष्णो देवी की यात्रा
वैसे तो आप वैष्णो देवी की यात्रा किसी भी समय में कर सकते है लेकिन आपके लिए सही ये रहेगा कि आप मौसम को देखकर अपनी यात्रा की शुरूआत करे। इस यात्रा के लिए गर्मियो का मौसम बिल्कुल ठीक रहेगा। वैष्णो देवी का मन्दिर पहाडो में होने के कारण यहा सर्दियो मे काफी ज्यादा ठंड होती है। गर्मियो में भी यहा का मौसम ठंंडा ही रहता है। लेकिन इस मौसम में ठीक ठाक ही सर्दी होती है। आप गर्मियो में भी अपने साथ कुछ गर्म कपड़े लेकर वैष्णो देवी की यात्रा पर निकले क्योकि यहा का मौसम गर्मियो में भी कभी कभी काफी ठड़ हो जाता है।
पंजीकरण का खासतौर पर ध्यान रखे
वैष्णो देवी की यात्रा आप केवल तभी कर सकते हो जब आपके पास आपको रजिस्ट्रेशन मौजूद हो। बिना रजिस्ट्रेशन आप वैष्णो देवी की यात्रा नही कर सकते। आप वैष्णो देवी की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन भी करवा सकते हो। इसके अलावा कटरा पहुचकर आप इस यात्रा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हो। आप अपनी यात्रा के दौरान अपना आधार कार्ड जरूर साथ रखे क्योकि आधार कार्ड के बिना आपका रजिस्ट्रेशन नही हो पायेगा।
ये कागजात जरूर साथ रखे
वैष्णो देवी की यात्रा के लिए निकलने से पहले आपको अपना आईडी और एड्रेस प्रूव साथ मे रखना बहुत जरूरी है। आईडी प्रूफ के तौर पर आप अपना ड्राइविंग लैसेंस, वोटर आईकार्ड या अपना आधार कार्ड साथ मे रख सकते है। इसके बिना आपका वैष्णो देवी यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नही होगा। आप ऑनलाइन वैष्णो देवी यात्रा की आफिशियल वेबसाइड पर जाकर भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते है। जब आप ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन कर देते है। तब आपको एक यूजर नेम और पॉसर्वड मिलता है। इस यूजर नेम और पासर्वड के जरिये आप अपने रजिस्ट्रेशन स्लिप की आनलाइन कॉपी ले सकते हो।
वैष्णो देवी यात्रा की चढ़ाई कैसे करे
वैष्णो देवी मन्दिर समुद्र तल से 5 हजार 300 फिट की ऊचाई पर है। वैष्णो देवी तक पहुचने के लिए आपको कटरा से 13 किलोमीटर की चढाई करनी पड़ती है। वैसे तो आप ये चढ़ाई भी पूरा कर सकते हो। लेकिन अगर आप किसी वजह से ये चढाई पैदल पूरी नही करना चाहते तो आप घोड़ा, पिट्ठू की सवारी भी कर सकते है। ये सवारी आपको रास्ते में आसानी से मिल जायेगी जिसका आपको कुछ अतिरिक्त शुल्क भी देना होगा। इसके अलावा यहा हैलीकाप्टर की भी सर्विस भी मौजूद है। ये हैलीकाप्टर कटरा से सांझी छत तक आपको पहुचा सकता है। यहा से वैष्णो देवी सिर्फ 2.5 किलोमीटर ही रह जाता है।
ये भी पढ़े-
Travel Checklists in hindi : सोलो ट्रिप पर जा रहे है तो इन जरूरी चीजो को कभी ना भूले
varanasi quotes in hindi | banaras shayari in hindi

My name is Ishat Zaidi and I am a travel blogger. Travelling is in my nature. I have travelled a lot in my life so far. During my travels, I am always in search of a new story. Apart from travelling, I am also very fond of writing stories and poems. I think that travelling is very important in life because when you travel around the world, you come across many lives. This also gives you a chance to understand your life. The more you travel, the more you will understand yourself and this world.